चीन में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस-एचएमपीवी के फैलने की चिंताओं के बीच, कर्नाटक में भी एचएमपीवी के दो मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद-आईसीएमआर ने एचएमपीवी के इन दोनों मामलों का पता लगाया है। इसमें तीन महीने की एक बच्ची और आठ महीने का एक बच्चा वायरस से संक्रमित हुआ है। दोनों का इलाज चल रहा है। दोनों मरीजों में से किसी ने अंतर्राष्ट्रीय यात्रा नहीं की थी।
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज कहा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जानकारी दी है कि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि इस वायरस की पहली बार पहचान वर्ष 2001 में हुई थी। उन्होंने कहा कि यह वायरस हवा के जरिए फैलता है और सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है। श्री नड्डा ने कहा कि देश की स्वास्थ्य प्रणाली किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कि एचएमपीवी पहले से ही भारत सहित दुनिया भर में फैल चुका है। कई देशों में लोगों में सांस से जुडी बीमारियों के मामले सामने आए हैं। आईसीएमआर के मुताबिक देश में इन्फ्लूएंजा या सांस की बीमारी के मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन चीन में एचएमपीवी के बढ़ते मामलों की स्थिति के बारे में समय-समय पर ताजा जानकारी दे रहा है।