समय न किसी के लिए रुका है और न ही भविष्य में वह किसी के लिए रुकेगा। उसकी तो अपनी गति है और इस गति में चलने का उसका शाश्वत नियम है। समय के साथ चलने में असल जिंदगी का मजा है और तभी आप अपडेटेड कहलाएंगे। नव वर्ष का आगाज होने में थोड़ा समय ही बचा है। बीत चुके साल के बाद नए वर्ष की शुरूआत होती है और आप उसी के हिसाब से अपना भविष्य भी संवारने की कोशिश करने लगते हैं। जिसकी शुरूआत होती है आफिस हो या घर, नए साल के लगते ही पुराना कैलेंडर उतार कर नया कैलेंडर लगाने से। तो आईए जानें new year calender कैसे बदलेगा आपके bad luck को good luck में……
कुछ लोग नया कैलेंडर तो लगाते हैं मगर पुराने कैलेंडर के ऊपर क्योंकि पुराने कैलेंडर से उन्हें भावनात्मक लगाव हो जाता है। जिस वजह से वह उसे उतारते नहीं हैं। फेंगशुई और वास्तु की मानें तो पुराने कैलेंडर को दीवार पर लगाना अशुभता का संचार करता है। कैलेंडर नए साल में आने वाले वक्त की सूचना देता है।
जिंदगी में आने वाले उन्नति के अवसरों पर विराम लग जाता है। जो बीत गई सो बात गई, पीछे की छोड़ आगे की सुध ले जैसी युक्ति को अपने जीवन में भी उतारें। इसी से आप आपके आने वाले जीवन में आगे बढ़ पाएंगे। नए साल का स्वागत नई ऊर्जा के साथ करें। जो समय के आगे बढ़ने की ओर संकेत करते हैं।
समय सूचक वस्तुओं को दक्षिण में नहीं रखना चाहिए क्योंकि यह ठहराव की दिशा है। पारिवारिक सदस्यों के जीवन में आने वाले गुड लक को बैड लक में बदल देता है। घर के मुखिया के व्यक्तित्व और स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
घर हो या व्यवसायिक स्थान कैलेंडर को उत्तर, पश्चिम या पूर्वी दीवार पर लगाने से गुड लक आता है। सुंदर चित्रों वाला कैलेंडर लगाएं जिसे देख कर मन प्रफुल्लित और शांत हो बजाय की हिंसक जानवर, दुःखी चेहरे आदि। ऐसी तस्वीरें न तो देखने में भाति हैं दूसरा घर में नकारात्मकता बढ़ाती हैं।
पूर्व दिशा में कैलेंडर लगाने से पारिवारिक सदस्य उन्नति की राह की और अग्रसर होते हैं। यदि कैलेंडर रेड और पिंक हो तो सोने पर सुहागे का काम देता है।
उत्तर दिशा पर कुबेर का वर्चस्व स्थापित है। अत: इस दिशा से धन का आगमन होता है। घर में धन के प्रवाह के लिए इस दिशा में कैलेंडर अवश्य लगाएं। हरे व सफेद रंग का कैलेंडर इस दिशा के लिए लकी है।
पश्चिम दिशा में कैलेंडर लगाने से किसी भी तरह के रुके हुए काम जल्दी और शीघ्र हो जाते हैं। उनमें किसी भी प्रकार का अवरोध हो जल्दी ही समाप्त हो जाता है।
पश्चिम दिशा प्रवाह और उत्थान की दिशा है। इस दिशा में कैलेंडर लगाने से किए गए कृत्यों में प्रवाह आता है और निपुणता एवं योग्यता भी बढ़ती है।
घर के मुख्य दरवाजे पर या दरवाजे के बिल्कुल सामने कैलेंडर मत लगाएं क्योंकि ये घर में प्रवेश करने वाली ऊर्जा पर अपना प्रभाव डालता है। हवा का झौंका आने से कैलेंडर उड़ना नहीं चाहिए। उसे अच्छे से चिपका कर लगाएं। हिलता-डुलता कैलण्डर नकारात्मकता फैलाता है।